मुंबई। पेट्रोलियम, रिटेल, दूरसंचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के राजस्व में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कमी आने के बावजूद उसका मुनाफा 13.5 प्रतिशत बढ़कर 1.6 अरब डॉलर अर्थात 11,640 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। कंपनी ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद जारी वित्तीय लेखा परिणाम में कहा कि दिसंबर में सप्ताह इस तिमाही में उसका कर आदि के बाद लाभ 11,817 करोड़ रुपये रहा है लेकिन लाइसेंस शुल्क के तौर पर एक मुश्त 177 करोड़ रुपये के भुगतान की वजह से शुद्ध लाभ 11,640 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 10,251 करोड़ रुपये रहा था। दिसंबर में समाप्त इस तिमाही में उसका कुल राजस्व 1,68,858 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष के समान अवधि के 1,71,300 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 1.4 प्रतिशत कम है। कंपनी ने कहा कि उसकी दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो का प्रदर्शन और बहेतर हुआ है। इस तिमाही में जियो का शुद्ध लाभ 1,350 करोड़ रुपये पर पहुँच गया जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 831 करोड़ रुपये की तुलना में 62.5 प्रतिशत अधिक है। इस तिमाही में उसका राजस्व बढ़कर 16,468 करोड़ रुपये पर पहुँच गया जो पिछले वित्त वर्ष में 12,843 करोड़ रुपये रहा था।
दिसंबर में समाप्त इस तिमाही में कंपनी के उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 37 करोड़ पर पहुँच गयी। कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि तीसरी तिमाही में एनर्जी कारोबार पर कमजोर वैश्विक अर्थव्यवसथा और इस बाजार में उतार-चढ़ाव का असर दिखा है। उन्होंने कहा कि ओ2सी चेन के भीतर, डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल्स लाभ पर कमजोर धारणा का प्रभाव दिखा है। उन्होंने कहा कि रिटेल कारोबार का प्रदर्शन बेहतर रहा है। इस तिमाही में प्रत्यके स्टोर में ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। जियो राष्ट्रीय स्तर पर अपने ग्राहकों को अतुलनीय डिजिटल अनुभव देने पर ध्यान केन्द्रित किये हुयी है।