मुंबई। वैश्विक साख निर्धारक एजेंसी मूडीज की द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था की साख का परिदृश्य ‘स्थिर’ से ‘नकारात्मक’ करने से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में शुक्रवार को रुपये पर दबाव रहा और यह 31 पैसे टूटकर 71.28 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया जो तीन सप्ताह से अधिक का निचला स्तर है। मूडीज ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती का क्रम आने वाले कुछ समय तक जारी रहने की बात कही है। उसने कहा है कि आर्थिक सुधार के सरकार के नीतिगत प्रयास विफल रहे हैं। इससे विदेशी निवेशकों ने बाजार से पूँजी निकाली। इसके साथ ही दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर सूचकांक में 0.20 प्रतिशत की मजबूती से भी भारतीय मुद्रा पर दबाव पड़ा।
रुपया सुबह 29 पैसे की गिरावट के साथ 71.26 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान एक समय 71.33 रुपये प्रति डॉलर तक उतर गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में डेढ़ फीसदी से अधिक की नरमी से बीच कारोबार में यह 71.17 रुपये प्रति डॉलर तक मजबूत भी हुआ। अंतत: गत दिवस की तुलना में 31 पैसे कमजोर पड़कर 71.28 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह 16 अक्टूबर के बाद भारतीय मुद्रा का न्यूनतम बंद भाव है।