चंडीगढ़। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले के बाद कोटकपूरा व बहबलकलां में हुई गोलीबारी की जांच कर रही एस.आई.टी. द्वारा सम्मन भेजने के बाद बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार बुधवार जांच में शामिल होने के लिए चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस के मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान एस.आई.टी. द्वारा 2:30 घंटे की गई पूछताछ में अक्षय कुमार ने बताया कि वह 2011 में वर्ल्ड कबड्डी कप में परफॉर्म करने के लिए पंजाब आए थे। तभी उनकी सुखबीर बादल जी से मुलाकात हुई थी। इसके अलावा, उनसे दो-तीन बार और सार्वजनिक कार्यक्रमों में ही मुलाकात हुई है, लेकिन वह पंजाब से बाहर उनसे कहीं नहीं मिले हैं।
इस पूरे मामले को लेकर अक्षय कुमार ने एस.आई.टी. के सामने अपना बयान दर्ज कराया है कि उन्हें नहीं पता कि उनका नाम इस विवाद में बेवजह क्यों खींच लिया गया है। उन पर अपने फ्लैट पर मीटिंग करवाकर डील करवाने के आरोप लग रहे हैं। यह किसी फिल्मी कहानी की तरह ही मनगढ़ंत हैं। वर्ष 2015 में जिस वक्त उनके फ्लैट पर मीटिंग होने की बात की जा रही है, उस वक्त वह अपनी फिल्मों 'गब्बर इज बैक' और 'बेबी' के काम में काफी उलझे हुए थे। वह गुरमीत राम रहीम और उसके परिवार से न तो कभी मिले है और ना ही उन्हें जानते हैं।
पंजाब सरकार ने फरीदकोट में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के बाद हुई वर्ष 2015 के बहबल कलां और कोटकपूरा पुलिस गोलीकांड की जांच के लिए एस.आई.टी. बनाई है। इस मामले में अभिनेता अक्षय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने 2015 में मुंबई अपने स्थित फ्लैट में सुखबीर बादल और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के बीच सुलह के लिए मुलाकात करवाई थी। अक्षय कुमार के अलावा, पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल और पूर्व डिप्टी सी.एम. सुखबीर सिंह बादल को भी इसी मामले में एस.आई.टी. ने बुलाया था। हालांकि, अक्षय और सुखबीर दोनों ही ऐसी किसी मुलाकात से इनकार कर चुके हैं।