मुंबई। बॉलीवुड के जाने माने गायक सोनू निगम 30 जुलाई को अपना 45वां जन्मदिन मना रहे हैं। सोनू निगम का जन्म 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ था। सोनू ने 04 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। वो स्टेज प्रोग्राम में अक्सर मोहम्मद रफी के गाए गाने गाते थे, जिनमें से एक गाना था ‘क्या हुआ तेरा वादा’ सोनू निगम की आवाज में यह गाना लोग काफी पसंद करते थे। सोनू ने हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, कन्नड़, असमिया, पंजाबी, बंगाली और मराठी फिल्मों में भी गाने गाए हैं। बॉलीवुड में 'अग्निपथ', 'कभी अलविदा ना कहना', 'कल हो ना हो', 'ओम शांति ओम', 'बाबुल', 'आॅल इज वेल' जैसी कई हिट फिल्मों के गानों में सोनू निगम ने अपनी मधुर आवाज दी।
मुंबई आ कर लिया संगीत का प्रशिक्षण
19 साल की उम्र में ही सोनू निगम बॉलीवुड में किस्मत आजमाने के लिए मुंबई आ गए थे। जहां उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान से संगीत का प्रशिक्षण लिया। शुरुआत में सोनू को काफी स्ट्रगल करना पड़ा। उन्होंने इस दौरान स्टेज परफॉर्मेंस भी दिए। सोनू को सबसे पहले टी सीरीज की एल्बम 'रफी की यादें' के लिए गाना गाने का मौका मिला था यहीं से लोग उन्हें इंडस्ट्री में जानने लगे।
सारेगामा ने नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया
साल 1995 में सोनू ने टीवी शो 'सारेगामा' होस्ट किया और इस शो के बाद सोनू का करियर नई ऊंचाईओं पर पहुंच गया। टी सिरीज के मालिक गुलशन कुमार ने सोनू को फिल्म 'बेवफा सनम' में गाने का मौका दिया। फिल्म में उनका गाया गाना 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का' सुपरहिट रहो आज भी उनके गानों का जादू बरकरार है और आज तक उनकी जगह कोई नहीं ले सका है।
सोनू का रहा है विवादों से नाता
सानू निगम के साथ कई विवाद भी जुड़े रहे हैें कुछ ऐसे विवाद रहे जिन पर काफी बवाल भी मचो एक बार तो एक म्यूजिक कंपनी से झगड़ा होने पर उन्होंने सिंगिंग से संन्यास लेने की भी बात कह दी। उनका सबसे विवादित बयान पिछले दिनों रहा जिसमें उन्होंने लिखा था कि लाउडस्पीकर से दी जाने वाली अजान के कारण उनकी नींद खराब होती है। वह इस धार्मिक कट्टरता को क्यों बर्दाशत करें। उनके इस बयान के बाद उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। हालांकि कुछ लोगों ने उन्हें सपोर्ट भी किया था।