मुंबई। राम गोपाल वर्मा की मारधाड़ से भरपूर फिल्म 'ऑफिसर' को हिंसक सामग्री की वजह से अभी तक सेंसर प्रमाण-पत्र नहीं मिला है, हालांकि फिल्म रिलीज में कुछ दिन ही बाकी हैं। वहीं फिल्म-निर्माता का कहना है कि 'ऑफिसर' में दिखाई गई हिसा असली है। प्रत्यक्ष तौर पर फिल्म में ग्राफिक हिंसा के दृश्य हैं जिनसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) भौंचक है।
हालांकि, वर्मा फिल्म के लिए 'एडल्ट' प्रमाण-पत्र लेने के लिए भी तैयार है, लेकिन सीबीएससी अभी तक इसे प्रमाणपत्र देने को लेकर फैसला नहीं कर पाई है। वर्मा ने इस बात से इंकार नहीं किया है कि 'ऑफिसर' में हिंसक सामग्री है। उन्होंने कहा, यह उस हिंसक समाज पर आधारित फिल्म है, जिसमें हम रहते हैं। 'ऑफिसर' में दिखाई गई हिंसा असली है। उन्होंने कहा, इसमें दिखाई गई हिंसा निराधार नहीं है। यह दर्शकों को असहज महसूस कराएगी, जैसा किसी भी प्रकार की हिंसा की स्थिति में होता है।