बीते दिन कंगना रनोट उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंची। यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए द केरला स्टोरी फिल्म पर अपनी राय दी। कंगना रनोट ने द केरला स्टोरी पर राज्यों द्वारा लगाए गए बैन को असंवैधानिक बताया। उन्होंने कहा कि फिल्म को CBFC से सर्टिफिकेशन मिल चुका है। इसके बाद भी कुछ राज्यों ने फिल्म की स्क्रीनिंग पर बैन लगा दिया है जो गैर जरूरी है और संविधान के दायरे से बाहर है।
फिल्म पर लगे बैन पर मीडिया से बात करते हुए कंगना ने कहा है कि जब किसी फिल्म को CBFC ने रिलीज के लिए क्लियर कर दिया है तो उसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा- कोई भी फिल्म जब अच्छा परफॉर्म करती है तो इससे इंडस्ट्री को फायदा ही होता है। लेकिन, द केरला स्टोरी जैसी फिल्में लोगों की दर्दभरी कहानी को सामने लाती हैं। ऐसी फिल्मों से न सिर्फ इंडस्ट्री को फायदा होता है बल्कि लोग भी इन्हें देखना पसंद करते हैं।
कंगना ने कहा कि हमें अक्सर ये सुनने को मिलता है कि बॉलीवुड फिल्मों के कंटेंट सिलेक्शन से हमारी ऑडियंस नाखुश है। इस शिकायत की वजह यही है कि जैसी फिल्में लोग देखना पसंद करते हैं, हम वैसी फिल्में नहीं बनाते। लेकिन, जब कभी भी ऐसी कोई फिल्म बनती है जो लोग वाकई में देखना चाहते हैं तो मास ऑडियंस इसे बहुत प्यार देती है।
दरअसल, फिल्म ने सोमवार तक फिल्म ने टोटल 203.47 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। इसके बाद द केरला स्टोरी 2023 में 200 करोड़ क्लब में एंट्री करने वाली दूसरी फिल्म बन चुकी है। वहीं शाहरुख खान की फिल्म पठान ने 543.09 करोड़ का कलेक्शन कर अब तक साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म का रिकॉर्ड अपने नाम पर बरकरार रखा है।
वहीं, इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही फिल्म विवादों में घिर गई थी। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे केरल की 32,000 लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवाकर उन्हें जबरदस्ती ISIS में शामिल करवाया गया है। फिल्म पर पश्चिम बंगाल में बैन लगाया गया वहीं तमिल नाडू में थिएटर्स ने फिल्म की स्क्रीनिंग करने पर रोक लगा दी। फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। हालांकि, इस मामले में SC ने बंगाल में फिल्म पर लगा बैन हटाया और फिल्म देखने जा रहे लोगों की सुरक्षा के इंतजाम करने का निर्देश दिया। SC ने कहा कि फिल्म पर ये डिस्क्लेमर लगाया जाना चाहिए कि 32,000 महिलायों के धर्म-परिवर्तन किए जाने का कोई डेटा नहीं है।