मुंबई। बहुमुखी प्रतिभा के धनी गिरीश कर्नाड ने न सिर्फ अभिनय से बल्कि निर्देशन और अपने दमदार लेखन से भी लोगों के बीच अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है। कर्नाड का जन्म 19 मई, 1938 को महाराष्ट्र के माथेरान में कोंकणी परिवार में हुआ था। बचपन के दिनों से उनका रूझान अभिनय की ओर था। इसी के कारण वह स्कूल के दिनों से ही थियेटर से जुड़ गये थे। वह 14 वर्ष की उम्र में अपने परिवार के साथ कर्नाटक के धारवाड़ आ गये। कर्नाड ने कर्नाटक विश्वविद्यालय से स्रातक की पढ़ाई पूरी की।
इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए मुंबई आ गये। इसी बीच उन्हें प्रतिष्ठित रोड्स छात्रवृत्ति मिल गई और वह इंग्लैंड चले गये, जहां उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के लिंकॉन तथा मॅगडेलन महाविद्यालयों से दर्शनशास्त्र, राजनीतिशास्त्र तथा अर्थशास्त्र में स्रातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। भारत लौटने पर श्री कर्नाड ने मद्रास में सात साल तक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस में कार्य किया। बाद में वह शिकागो चले गए और एक प्रोफेसर के रूप में काम किया। पुन: भारत लौटने पर उन्होंने क्षेत्रीय भाषाओं में फÞल्मिों का निर्माण और पटकथा लिखने का कार्य भी करने लगे।