नई दिल्ली। देश में यात्री वाहनों विशेषकर कारों की बिक्री में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इस वर्ष फरवरी में कारों की बिक्री 4.33 प्रतिशत घटकर 1,71,372 इकाई पर आ गई। वाहन निर्माता कंपनियों के शीर्ष संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एसोसियेशन (सियाम) के महानिदेशक विष्णु माथुर ने शुक्रवार को यहां वाहन बिक्री के आंकड़े जारी करते हुये संवाददातों से कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक आठ महीने यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट दर्ज की जा चुकी है। जुलाई 2018 के बाद से लेकर फरवरी 2019 के बीच सिर्फ अक्टूबर में यात्री वाहनों की बिक्री में बढोतरी दर्ज की गई थी।
माथुर ने कहा कि वाहनों की बिक्री में गिरावट के कई कारण हो सकते है। अगले वर्ष अप्रैल में उर्त्सजन के नये मानक बीएस छह लागू होने वाला है। इसके साथ ही सुरक्षा के भी नये नियम लागू होंगे। इसके मद्देनजर जो लोग वाहन खरीदने को कुछ समय के लिये टाल सकते हैं वे नये नियमों के लागू होने की प्रतिक्षा कर रहे हैं। नये मानक लागू होने से वाहनों की लागत बढ़ने का असर उसकी कीमतों पर भी होने का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि बीएस4 के डीजल वाहनों की दिल्ली में सिर्फ 10 वर्ष चलाया जा सकता है जबकि नये उत्सर्जन मानक के वाहनों के लिए यह अवधि अधिक होगी।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही यात्री वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी भी इसकी बिक्री को प्रभावित कर रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया के कहीं भी यात्री वाहनों पर इतना अधिक कर नहीं है। सियाम के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में कुल मिलाकर 2,75,346 यात्री वाहनों की बिक्री हुयी थी जो इस वर्ष फरवरी में 1.11 प्रतिशत घटकर 2,72,284 वाहनों पर आ गयी। फरवरी में कारों की बिक्री में 4.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। पिछले वर्ष फरवरी में 179122 कारों की बिक्री हुयी थी जो फरवरी 2019 में घटकर 1,71,372 कारों पर आ गयी।
इस अवधि में हालांकि यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में 3.70 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी । फरवरी 2018 में 80,271 यूटिलिटी वाहनों की बिक्री हुयी थी जिनकी संख्या इस वर्ष फरवरी में बढ़कर 83,245 कारों पर पहुंच गयी। इस दौरान वैन की बिक्री में सबसे अधिक 10.74 प्रतिशत की बढोतरी हुयी। पिछले वर्ष फरवरी में 15953 वैन की बिक्री हुयी थी जो फरवरी 2019 में बढ़कर 17,667 वैन पर पहुंच गई। फरवरी 2018 में देश से 61,535 यात्री वाहन निर्यात किये गये थे जो इस वर्ष समान अवधि में 17.25 प्रतिशत घटकर 50,923 वाहन पर आ गये।