सावन के पवित्र माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार की विधियां हैं। वैसे भगवान भोलेनाथ तो भक्तों की सच्ची श्रद्धा पर केवल जल अर्पित करने मात्र से भी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन उनको बेलपत्र अर्पित करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है। यदि आप बेलपत्र पर सफेद चंदन से राम-राम लिखकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं, तो वह प्रसन्न होते हैं और भक्तों का कल्याण करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया था।
उन्होंने ही सबसे पहले भगवान शिव को राम-राम लिखे बेलपत्र अर्पित किए थे। इससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनको पत्नी के तौर पर स्वीकार किया था। इसके संबंध में कहा जाता है कि राम भगवान शिव के आराध्य हैं, ऐसे में राम-राम लिखे बेलपत्र चढ़ाए जाने से भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने से भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं, व्यक्ति के कष्ट मिट जाते हैं और धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
बेलपत्र चढ़ाने का नियम
1- भगवान शिव को चढ़ाया जाने वाला बेलपत्र कटा-फटा नहीं होना चाहिए।
2- उसमें तीन पत्तियां जरूर होनी चाहिए।
3- राम-राम लिखे 12 बेलपत्र को बारी-बारी से भगवान शिव को अर्पित करें और हर बार ओम नम: शिवाय शिवाय नम: मंत्र का जाप करें।