इस दिन नाग महाराज का पूजन करने से कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती हैं। नागपंचमी सर्पजन्य दोषों की शांति के लिए उत्तम दिन माना जाता है। नाग पंचमी पर सोमवार का संयोग अरिष्ट योग की शांति के लिए विशेष संयोग माना जाता है। इस दिन पूर्णा तिथि है, सोम का नक्षत्र हस्त भी विद्यमान है और सिद्धि योग के साथ-साथ वर्ष की श्रेष्ठ पंचमी यानी नाग पंचमी भी है
मेष- नागपंचमी के दिन ‘रुद्राष्टाधायी’ का पाठ करें। ‘रुद्राष्टाधायी’ को लघु रुद्र पूजा भी कहा जाता है, इसका पाठ आपकी कुंडली में सभी प्रकार के राहु दोषों की शांति कर सकता है।
वृष- कुंडली के राहु दोष दूर करने के लिए आप नागमंपंचमी के दिन बहते हुए पानी में तांबे का टुकड़ा बहाएं। लेकिन ध्यान रखें कि इसके बाद आपको लगातार 40 दिनों तक ऐसा करना है।
मिथुन- नागपंचमी के दिन किसी कुष्ट रोगी को मूली दान करें और ऐसा लगातार 40 दिन करें। इस प्रकार आपके जीवन में अशुभ राहु के कारण होने वाली परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
कर्क- आप नागपंचमी के दिन किसी बहते हुए पानी के स्रोत में शीशा या नारियल प्रवाहित करें। इसके बाद जो आने वाले पहले शनिवार से शुरु करते हुए यही क्रिया लगातार 8 शनिवार तक करें।
सिंह- नागपंचमी के दिन 1 नारियल, 11 दाने बादाम और और एक लाल रुमाल या कपड़े का टुकड़ा खरीद कर लाएं। इसके बाद जो पहला शनिवार पड़े उसमें इन सभी चीजों को बांधकर कहीं मिट्टी में दबा दें।
कन्या- नागपंचमी के दिन शुभ मुहूर्त में किसी गरीब को 10 ग्राम धनिया धान करें। इसके बाद जो पहला बुधवार आए, उस दिन से शुरु करते हुए लगातार 8 बुधवार तक ऐसा करें।
तुला- नागपंचमी से एक रात पहले सोते समय आप अपने तकिए के नीचे थोड़ा जौ रखें। प्रात:काल उठकर पक्षियों को ये दाना खिलाएं।
वृश्चिक- इस दिन आपको गणेश जी की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए। ऐसा संभव ना हो, तो कम से कम उन्हें दुर्वा और लड्डू अवश्य चढ़ाएं। इसके अलावा सुबह या शाम में इस दिन अपने घर में पीले रंग के फूल लगाएं।
धनु- नागपंचमी के दिन चींटियों को आटा या मीठा खिलाएं। इसके बाद भी हर मंगलवार और शनिवार को यह उपाय करना आपके जीवन से राहु के प्रकोप समाप्त करेगा।
मकर- राहु की शांति के लिए नागपंचमी के दिन किसी जरूरतमंद को तिल और जौ का दान करें। इसके बाद आने वाले पहले शनिवार को भी यही क्रिया करते हुए इसे लगातार 8 शनिवार तक दुहराएं।
कुंभ- नागपंचमी के दिन आपको बहते हुए जल में कोयला प्रवाहित करना चाहिए। इससे आपकी कुंडली में राहु दोषों के कारण होने वाली जीवन की परेशानियां खत्म होंगी।
मीन- वैसे यह उपाय आप किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं लेकिन इसका जल्दी लाभ पाने के लिए ही इसे नागपंचमी के दिन करें। इस दिन अष्टधातु का कड़ा लाएं और दाहिने हाथ में धारण करें। इसके अलावा जितना संभव हो, रसोईघर में ही भोजन करें। इससे आपके राहु दोष धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगे।