पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करने से पितृ दोष का शमन होता हैं।
खुशहाल पारिवारिक जीवन के लिए किसी भी आश्रम में कुछ आटा ओर सरसों का तेल दान करे।
अच्छी तरह से हाथ पैर धो कर बिस्तर पर सोने जाने से स्वपन दोष की समस्या में कमी आती हैं।
कटेरी की जड़ चार /पांच बार सूंघने से व्यक्ति उस दिन काफी उर्जावान महसूस करता हैं।
यदि नीबू के चार तुकडे करके चार दिश में फेंक दिए जाए तो ओर ये प्रक्रिया 40 दिन तक की जाये तो रोजगार प्राप्त होने की दिशा में विशेष अनुकूलता होती हैं।
लक्ष्मी पूजन अकेले नहीं बल्कि भगवान विष्णु का भी पूजन साथ किया जाना चाहिए तभी तो लक्ष्मी की अनुकूलता अनुभव होती हैं।
यदि महा मृत्यु न्जय मन्त्र का जप करके घर से बाहर निकले तो व्यक्ति को दिन भर सुरक्षा रहती हैं।
शनिवार के दिन पीपल की जड़ छूने से व्यक्ति की आयु बढती हैं ओर अ काल मृत्यु की सम्भावनाये कम होती हैं।
कुलदेवी /देवता का ध्यान /पूजन करने से सारा दिन मगलदायक बना रहता हैं।
यदि व्यक्ति हर अमावस्या को भोजन ग्रहण करने से पूर्व कुछ भाग अपने पितरो को अर्पित करता हैं तो उनके आशीर्वाद से अत्यधिक अनुकूलता उसे अर्जित होती ही हैं।